3/24/2009

चुनाव आयोग के निर्देशों पर विचार-गोष्ठी

रायपुर । राजधानी की सक्रिय संस्था लोकमान्य सद्-भावना समिति के अध्यक्ष तपेश जैन ने बताया है कि कल २५ मार्च, २००९ को स्थानीय अमिट होटल में शाम ४ बजे नगर के बुद्धिजीवियों, साहित्यकारों, कलाकारों, रंगकर्मियों, पत्रकारों, समाजसेवियों, सहित आम नागरिकों की एक विचार-गोष्ठी आयोजित है ।
इस विचार-गोष्ठी का केंद्रीय विषय है - केंद्रीय चुनाव के आदेश और प्रजातंत्र । श्री जैन ने बताया है कि विगत दिनों जिस तरह से आयोग ने आदर्श आचरण संहिता के नाम पर आदेश जारी किये हैं वे उस निष्पक्षता के लिए तो आवश्यक हैं किन्तु उसके पीछे के कारणों पर भी चिंतन ज़रूरी है । उसके परिणामों को देखने से वे तानाशाहिता को भी प्रदर्शित करते हैं । कुछ ऐसे आदेश भी हैं जिस पर एकतरफा कार्यवाई तो की गई है किन्तु उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई है । यह एक तरह से नागरिक अधिकारों, अभिव्यक्ति के अधिकारों का भी हनन है । यद्यपि आयोग को संवैधानिक अधिकार प्राप्त हैं जिसके आलोक में वह ऐसा कार्य कर सकता है किन्तु इसकी भी गांरटी आयोग को लेनी होगी जो राज्य या किसी व्यवस्था, संवैधानिक मूल्यों, स्वस्थ परंपराओं पर कुठाराघात सिद्ध न हो ।
श्री जैन ने इस संगोष्ठी में खुली चर्चा व विचार हेतु सर्वसंबंधितों को आमंत्रित किया है ।

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