5/13/2008

पं. बृजलाल द्विवेदी स्मृति सम्मान समारोह 25 को





रायपुर। साहित्यिक पत्रकारिता में उल्लेखनीय योगदान के लिए 'दस्तावेज’ (गोरखपुर) के संपादक डा। विश्वनाथ प्रसाद तिवारी पं. बृजलाल द्विवेदी स्मृति अखिल भारतीय साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान से सम्मानित किए जाएंगे। 25 मई, 2008 को शाम 6.00 बजे रायपुर स्थित महंत घासीदास स्मृति संग्रहालय सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रख्यात लेखक विनोद कुमार शुक्ल होंगे तथा अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार हिमांशु द्विवेदी करेंगे। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति सच्चिदानंद जोशी, कवि अष्टभुजा शुक्ल, कथाकार जया जादवानी समारोह के विशिष्ट अतिथि होंगे। इस अवसर पर सम्मानित संपादक डा. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी “साहित्यिक पत्रकारिता की जगह” विषय पर मुख्य व्याख्यान देंगे।


पं. बृजलाल द्विवेदी स्मृति अखिल भारतीय साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान समिति की संयोजक भूमिका द्विवेदी ने बताया है कि वर्ष 2007 के सम्मान हेतु डा. तिवारी के नाम का चयन पाँच सदस्यीय निर्णायक मंडल ने किया, जिसमें सर्वश्री विश्वनाथ सचदेव, विजयदत्त श्रीधर, रमेश नैयर, सच्चिदानंद जोशी और गिरीश पंकज शामिल हैं। डा. तिवारी को यह सम्मान साहित्यिक पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवाओं और श्रेष्ठ संपादन के लिए दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हिंदी की स्वस्थ साहित्यिक पत्रकारिता को समादृत करने के उद्देश्य से इस पुरस्कार की शुरुआत की गई है। इस राष्ट्रीय सम्मान के अंतर्गत किसी साहित्यिक पत्रिका का श्रेष्ठ संपादन करने वाले संपादक को ग्यारह हजार रुपए नगद, शाल, श्रीफल, सम्मान पत्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर समारोहपूर्वक सम्मानित किया जाता है। गत वर्ष यह सम्मान 'वीणा (इंदौर) के संपादक रहे डा. श्याम सुंदर व्यास को दिया गया था। इस वर्ष सम्मान के लिए चयनित डा. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी गोरखपुर से प्रकाशित हो रही साहित्यिक त्रैमासिक पत्रिका 'दस्तावेज के संपादक हैं। यह पत्रिका रचना और आलोचना की विशिष्ट पत्रिका है, जो 1978 से नियमित प्रकाशित हो रही है। इसके लगभग दो दर्जन विशेषांक प्रकाशित हुए हैं, जो ऐतिहासिक महत्व के हैं। 1940 में उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जनपद में जन्मे डा. तिवारी गोरखपुर विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के अध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। डा. तिवारी की प्रकाशित पुस्तकों की श्रृंखला में आलोचना की नौ पुस्तकें, 6 कविता संकलन, दो यात्रा संस्मरण, एक लेखक संस्मरण, एक साक्षात्कार संकलन तथा 147 विभिन्न पुस्तकों का संपादन शामिल है। साथ ही उनकी कई रचनाओं का विदेशी और भारतीय भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। उन्हें उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा साहित्य भूषण सम्मान, भारत मित्र संगठन मास्को द्वारा पुस्किन सम्मान मिल चुका है। उनके द्वारा संपादित पत्रिका 'दस्तावेज को सरस्वती सम्मान भी मिल चुका है।

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